अनुसूचित जाति की अनदेखी के खिलाफ चलायेंगे आंदोलन : विक्रम सिंह डूमोलिया
रोहतक, 18 जनवरी। डॉ. अम्बेडकर मिशनरीज विधार्थी एसोसिएशन के अध्यक्ष विक्रम सिंह डूमोलिया की अध्यक्षता में बैठक कर हरियाणा प्रदेश में आरक्षण नीति की हो रही व्यापक अनदेखी को लेकर राज्यपाल, मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भेजा गया। ज्ञापन में कहा गया कि हरियाणा प्रदेश में लगभग 22 प्रदेश स्तरीय विश्वविद्यालय है। जिसमें अनुसूचित जाति के साथ बहुत बड़े स्तर पर अनदेखी है। एससी वर्ग से एक भी कुलपति नियुक्त नहीं है, न ही कोई कुलसचिव या परीक्षा नियंत्रक नियुक्त नहीं है। यह शिक्षण संस्थानों में जातिवाद का भयानक रूप है। पढ़े-लिखे बुद्धिजीवी वर्ग की सरासर अनदेखी है। इन नियुक्तियों में प्रतिनिधित्व प्रदान किया जाए। हरियाणा प्रदेश में बैकलॉग को एक स्पेशल भर्ती प्रक्रिया से भरा जाए।
ज्ञापन में मांग की गई कि प्रदेश में अनुसूचित जाति वर्ग के छात्रों की छात्रवृत्ति जल्द जारी की जायेे क्योंकि कुछ प्राइवेट संस्थाओं की जाँच के चक्कर में पिछले 2 साल से अनुसूचित जाति के छात्रों की छात्रवृत्ति रोक कर उनको परेशान किया जा रहा है। प्रदेश में अनुसूचित जाति वर्ग के छात्र-छात्राओं के माता-पिता की वार्षिक आय की सीमा 2.50 लाख रुपये की सीमा बढ़ाकर 8 लाख रुपये की जाए जिससे सरकार की सभी योजनाओं का लाभ गरीब परिवारो तक पहुंच सके।
बैठक में सरकार के खिलाफ अपने संवैधानिक अधिकारों की लड़ाई को मजबूती से लडऩे का निर्णय लिया गया। इसके अलावा सरकार के खिलाफ इन मुद्दों को लेकर सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में हस्ताक्षर अभियान चलाकर सरकार की आरक्षण नीति के खिलाफ लिए जा रहे फैसलों का पर्दाफाश करने का भी निर्णय लिया गया। वहीं मुख्यमंत्री का घेराव कर हल्ला बोल आंदोलन चलाने का भी निर्णय लिया गया।
बैठक में आज प्रमुख रूप डा. रोहताश चमार, बिजेंद्र सम्भरवाल, डा. गुलशन कुमार, अमित नरवाल, कमलजीत सिंहमार, दिनेश आल्याण, प्रवीण कलसन, रवि प्रकाश भुक्कल, रोहित रिठाल, बलराज, टिंकू, गौरव, विनर, हरिस्वरूप, सोनू, लाला, विजय बोहर, दीपिका चालिया, सुमन, पूजा, कविता आदि प्रमुख रूप से शामिल थे।