रोहतक, 18 जनवरी। डॉक्टरों द्वारा घूसखोरी की शिकायत जहां देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तक कर चुके हैं वहीं यह आज भी धड़ल्ले से जारी है। इसको रोकने के लिए अगर कोई पहल नहीं की गई तो यह देश की चिकित्सा सेवाओं को पूरी तरह से बर्बाद कर देगी तथा आम आदमी का जीना भी दूभर कर देगी। यह बात आज स्थानीय मानसरोवर पार्क में आयोजित एक बैठक को संबोधित करते हुए सामाजिक कार्यकत्र्ता कृष्ण कुमार ने कही।
उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ब्यान आया था कि फार्मा कम्पनियों द्वारा डॉक्टरों को रिश्वत के तौर पर लड़कियां तक पहुंचाई जाती हैं। जिसमें आईएमए ने एतराज किया था। उन्होंने कहा था कि या तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सबूत पेश करें या फिर नैतिक तौर पर हमसे माफी मांगे। कृष्ण कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कही गई बात सत्य है तथा फार्मा कम्पनियों व डॉक्टरों की सांठ-गांठ से चिकित्सा जैसा पवित्र पेशा आज बदनाम हो चुका है। सरेआम डॉक्टरों को दवाईयां लिखने की एवज में फार्मा कंपनियां कोई भी बड़ा प्रलोभन देने से पीछे नहीं हट रही हैं। इस बारे में किसी विभाग द्वारा कोई जांच नहीं की जा रही है। जिससे यह गठजोड़ समाज को दीमक की तरह खोखला करने पर तुला हुआ है।
बैठक में कृष्ण कुमार ने कहा कि फार्मा कम्पनियों द्वारा डॉक्टरों को दी गई रिश्वत के तौर पर हवाई यात्राओं, होटल के कमरों तथा अन्य सुख-सुविधाओं के सारे सबूत उनके पास सुरक्षित हैं तथा वे पहले भी इस सम्बन्ध में सी.एम. विंडो की मार्फत भ्रष्टाचारियों को दंडित करने की मांग कर चुके हैं। साथ में सारे सबूत भी संलग्न किये हुए थे। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि अभी तक इस सम्बन्ध में कोई कार्यवाही दोषी डॉक्टरों व फार्मा कम्पनियों के अधिकारियों के खिलाफ नहीं हुई है। जिससे लगातार भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पीजीआईएमएस के डॉक्टर नित्यानंद जोकि पहले निदेशक के पद पर कार्यरत थे। उनको फार्मा कम्पनियों द्वारा 4-10-2018 को विदेश यात्रा करवाने की मेरी ही शिकायत पर दंडित करते हुए सस्पैंड किया गया था। लेकिन कुछ दिनों बाद ही उनको बहाल कर दिया तथा मामले में क्या कार्यवाही की गई उसकी अब तक कोई सूचना नहीं दी गई है। जिससे पीजीआईएमएस में लगातार भ्रष्टाचार बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि यदि हरियाणा सरकार चाहती तो अभी तक उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही कर चुकी होती। लेकिन पीजीआईएमएस के कुलपति डॉ. ओ.पी. कालरा भी एक डॉक्टर हैं तथा वह अपने डॉक्टर को बचाने के चक्कर में लगे हुए हैं। लेकिन बात देश के प्रधानमंत्री की गरिमा की है। इसलिए हम उनके साथ खड़े हैं तथा दोषी डॉक्टरों के खिलाफ पूरे सबूत एकत्रित करके मुख्यमंत्री तथा प्रधानमंत्री कार्यालय को प्रेषित कर जांच की मांग करेंगे।
उन्होंने कहा कि कुछ भ्रष्ट डॉक्टर पूरी बिरादरी को बदनाम करने में लगे हुए हैं। आईएमए को भी ऐसे डॉक्टरों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही करनी चाहिये।
बैठक में मुख्य रूप से महेश, सन्दीप, मुकेश, राजा, अमित कुमार, राजीव गोयल, अनीता सिंह, पंकज जैन आदि मौजूद रहे।
भ्रष्ट डॉक्टर समाज को दीमक की तरह खोखला करने पर तुले : कृष्ण कुमार